या तुम मेरी कहानियों का किस्सा बनोगे
किस्सा और हिस्सा
सुनने मे एक
किंतु कितने भिन्न
किस्सा मैं सुनाऊँगी
हिस्से के संग मैं गुनगुनाउंगी
किस्से को मैं भुलाऊँगी
हिस्से को मैं अपनाऊँगी
किस्सा निशा है
तो हिस्सा दिन का प्रकाश होगा
प्रिय तो दोनो है
पर किस्सा बीती बात होगा
हिस्सा मेरे साथ होगा
अब कहो क्या तुम मेरी कहानियों का किस्सा बनोगे
या तुम मेरी कविताओं का हिस्सा बनोगे!!!!
No comments:
Post a Comment