चले गये तुम अब
लौट के ना आओगे
फिर भी तुम हमे बड़ा रुलाओगे
और तुम याद बहुत आओगे
हमारे बीच फ़ासले है, दरमियाँ है
फिर भी हम दोनो के दिलों मे नज़दीकियाँ हैं
इसी से तुम जितना भी दूर जाओगे
फिर भी तुम याद बहुत आओगे
अब ना जाने कब किसी मोड़ पर मिलना हो'
तब तुम्हारा बदला स्वरूप देख पछताएगें
पर ये सोच हम अपने दिल को समझाएँगे
की कहीं ना कहीं हम भी तो बदले है
इस बदलाव में दोनो का दोष नही हैं
अब बस मुझे तुम ख्वाबों में
याद बहुत आओगे
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