Thursday, May 19, 2016

मेरे साथी साथ चलना

जीवन बहुत बड़ा है साथी
हर दिन एक समान नही
कुछ दिन सुख के है आयें
तो कुछ दिन दुख के भी आएँगें
 
जब मैं सुखी हूँ
मेरी रातें चाँदनी है
जब लगता सब प्यारा –प्यारा है
तब कई गिद्द मेरे आगे पीछे मंडराएँगे
मेरे लिए, तो कभी मेरे संग, नाचेंगे गाएँगे
पर तब भी मेरे साथी, गुम ना होना
इन गिद्दो के बीच तुम ना खोना
मेरी दोस्ती याद रखना
साथी मेरे साथ चलना
क्यूकी बाकी सब स्वार्थ के लोभी है
 
कभी जो गयी मेरे नसीब की काया पलट
ये सारे गिद्द मौका पा उड़ जाएँगे
रह जाऊंगी मैं अकेली संघर्ष करती, लड़खड़ाती
तब तुम मेरी बाह थाम लेना
तुम मेरे साथी साथ चलना
याद दोबना ये दिलाना
तुम मेरे सुख- दुख के साथी हो
 
मेरे साथी साथ चलना
क्यूकी हर सुनहरी शाम के बाद
आता है घोर अंधेरा
लेकिन तुम यह मत भूलो
हर नया दिन एक नयी सुबह लाता है
वह फिर अंधकार हर लेता है
और फैलता है उजियारा
यह जीवन का एक क्रम है
जिसमे सुख दुख दोनो
बारी- बारी आता और जाता है
जीवन के कई खेल दिखता है
पर जो मित्र दोनो में साथ निभाता है
सच्चा और अच्छा दोस्त कहलाता है

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