Friday, June 5, 2015

नर्तकी अब नाच कर ले

नर्तकी अब नाच कर ले

आ गए सब द्वार तेरे 
बैठे चारो ओर तेरे घर को घेरे
मैं भी आया द्वार तेरे 
अपने घर से मुँह फेरे 
नर्तकी अब नाच कर ले 

नर्तकी तेरा नाच देखा 
लोंगो ने तेरे लिए कितना पैसा फेंका 
लेकिन मैं तुझे क्या दूँ, क्योंकि मैं अकेला 
मेरे संग यहाँ मेरा न साथी न कोई चेला 
नर्तकी अब नाच कर ले 

लोग कहते है द्वार तेरे कभी न जाना 
बदनाम होगा जिसने ये कहना न माना 
पर तेरे द्वार आकर मैंने कितना सुकून पाया 
कितनी गजब की है माया 

फिर मैंने सोचा 
सच में तेरा जीवन है क्या 
तू गाती दुसरो के लिए है 
नाचती किसी और के लिए है 
सुख देती है दुसरो को 
और स्वयं आंसुओ के घूंट पीती 
तेरा क्या 
फिर भी बदनाम रहती तू 
नर्तकी फिर भी नाच कर ले तू 

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